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Sentimental

मेरा केमरा

सब की खुशियों में शामिल होता मेरा केमरा
सब के होठो पर मुश्कान लाता मेरा केमरा
तुम्हारी यादो में जाकता मेरा केमरा
तुम्हारी हँसी ठिठोली में सामने होता मेरा केमरा

रोते हुए को हँसता मेरा केमरा
खुशी के मारे रुलाता मेरा केमरा

कभी किसी की याद दिलाता
कभी बिछड़े हुए को मिलाता
हर खुशियों को समेटता
हँसी मजाक इठलाती शरारतों को समेटता मेरा केमरा
सब मानते खुशिया और चुप रहता मेरा केमरा

पर जब भी केमरे की यादो को देखा
तो हर पल रुलाता हे मेरा केमरा

"उसका आज नही होता
उसका आज कोई नही समझता"

उपनाम

कन्यादान

दान करे क्या कोई दुनिया में
जैसा दान किया मैंने,
दिल का एक टुकड़ा ही दे डाला,
अहा! कैसा दान किया मैंने.

जिस बेटी को जब चोट लगी,
एक टीस उठी मेरे दिल से.
आज दिल पर पत्थर रखकर,
उसी बेटी को दान किया मैंने.
ये कैसा दान किया मैंने!

बेटी क्या! एक सहारा थी.
सारे घर का उजियारा थी.
आज घर में अंधियारा है,
दिए को दान किया मैंने.
ये कैसा दान किया मैंने!

उपनाम

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