मधुशाला (११)

Submitted by satya on मंगल, 06/21/2016 - 19:07

११)

जलतरंग बजता, जब चुम्बन
करता प्याले को प्याला,
वीणा झंकृत होती, चलती,
जब रुनझुन साकीबाला,

डाट-डपट मधुविक्रेता की
ध्वनित पखावज करती है;

मधुरव से मधु की मादकता
और बढ़ाती मधुशाला|