सब की खुशियों में शामिल होता मेरा केमरा
सब के होठो पर मुश्कान लाता मेरा केमरा
तुम्हारी यादो में जाकता मेरा केमरा
तुम्हारी हँसी ठिठोली में सामने होता मेरा केमरा
रोते हुए को हँसता मेरा केमरा
खुशी के मारे रुलाता मेरा केमरा
कभी किसी की याद दिलाता
कभी बिछड़े हुए को मिलाता
हर खुशियों को समेटता
हँसी मजाक इठलाती शरारतों को समेटता मेरा केमरा
सब मानते खुशिया और चुप रहता मेरा केमरा
पर जब भी केमरे की यादो को देखा
तो हर पल रुलाता हे मेरा केमरा
"उसका आज नही होता
उसका आज कोई नही समझता"