मधुशाला (१२)

By satya |

१२)

मेहंदी-रंजित मृदुल हथेली
पर माणिक मधु का प्याला,
अंगूरी अवगुंठन डाले
स्वर्ण-वर्ण साकीबाला,

पाग बैंजनी, जामा नीला
डाट डटे पीनेवाले;

इन्द्रधनुष से होड़ लगाती
आज रंगीली मधुशाला|